Back to Introduction to Dhatumanjari
1. लट् (laT): 2. लोट् (loT): 3. लङ् (la~G): 4. लिङ् (li~G):
7. लृट् (lRuT): 8. आशीर्लिङ् (aaSIrlin~G): 9. लुङ् (lu~G): 10. लृङ् (lRu~G):
विधिलिङ् परस्मैपदी
|
|
प्रथमपुरुषः |
मध्यमपुरुषः |
उत्तमपुरुषः |
||||||
गणः |
धातुः |
एकवचनः |
द्विवचनः |
बहुवचनः |
एकवचनः |
द्विवचनः |
बहुवचनः |
एकवचनः |
द्विवचनः |
बहुवचनः |
I |
भू( be) सत्तायाम् |
भवेत् |
भवेताम् |
भवेयुः |
भवेः |
भवेतम् |
भवेत |
भवेयम् |
भवेव |
भवेम |
II |
अद्(eat) भक्षणे |
अद्यात् |
अद्याताम् |
अद्युः |
अद्याः |
अद्यातम् |
अद्यात |
अद्याम् |
अद्याव |
अद्याम |
III |
दाञ्(give) दाने |
दद्यात् |
दद्याताम् |
दद्युः |
दद्याः |
दद्यातम् |
दद्यात |
दद्याम् |
दद्याव |
दद्याम |
IV |
दिवु(play)क्रीडा इत्यादि |
दीव्येत् |
दीव्येताम् |
दीव्येयुः |
दीव्येः |
दीव्येतम् |
दीव्येत |
दीव्येयम् |
दीव्येव |
दीव्येम |
V |
षुञ्(press) अधिषवे |
सुनुयात् |
सुनुयाताम् |
सुनुयुः |
सुनुयाः |
सुनुयातम् |
सुनुयात |
सुनुयाम् |
सुनुयाव |
सुनुयाम |
VI |
तुद्(hurt) व्यथने |
तुदेत् |
तुदेताम् |
तुदेयुः |
तुदेः |
तुदेतम् |
तुदेत |
तुदेयम् |
तुदेव |
तुदेम |
VII |
रुधिर्(obstruct)आवरणे |
रुन्ध्यात् |
सुन्ध्याताम् |
सुन्ध्युः |
रुन्ध्याः |
रुन्ध्यातम् |
रुन्ध्यात |
रुन्ध्याम् |
रुन्ध्याव |
रुन्ध्याम |
VIII |
तनु(spread) विस्तारे |
तनुयात् |
तनुयाताम् |
तन्युः |
तनुयाः |
तनुयातम् |
तनुयात |
तनुयाम् |
तनुयाव |
तनुयाम |
IX |
क्रीञ्(buy) द्रव्यविनिमये |
क्रीणीयात् |
क्रीणीयाताम् |
क्रीणीयुः |
क्रीणीयाः |
क्रीणीयातम् |
क्रीणीयात |
क्रीणीयाम् |
क्रीणीयाव |
क्रीणीयाम |
X |
चुर्(steal)स्तेये |
चोरयेत् |
चोरयेताम् |
चोरयेयुः |
चोरयेः |
चोरयेतम् |
चोरयेत |
चोरयेयम् |
चोरयेव |
चोरयेम |
विधिलिङ् आत्मनेपदी
|
|
प्रथमपुरुषः |
मध्यमपुरुषः |
उत्तमपुरुषः |
||||||
गणः |
धातुः |
एकवचनः |
द्विवचनः |
बहुवचनः |
एकवचनः |
द्विवचनः |
बहुवचनः |
एकवचनः |
द्विवचनः |
बहुवचनः |
I |
मुद(rejoice) हर्षे |
मोदेत |
मोदेयाताम् |
मोदेरन् |
मोदेथाः |
मोदेयाथाम् |
मोदेध्वम् |
मोदेय |
मोदेवहि |
मोदेमहि |
II |
आस(sit) उपवेशने |
आसीत |
आसीयाताम् |
आसीरन् |
आसीथाः |
आसीयाथाम् |
आसीध्वम् |
आसीय |
आसीवहि |
आसीमहि |
III |
दाञ्(give) दाने |
ददीत |
ददीयाताम् |
ददीरन् |
ददीथाः |
ददीयाथाम् |
ददीध्वम् |
ददीय |
ददीवहि |
ददीमहि |
IV |
विद्(be) सतायाम् |
विद्येत |
विद्येयाताम् |
विद्येरन् |
विद्येथाः |
विद्येयाथाम् |
विद्येध्वम् |
विद्येय |
विद्येवहि |
विद्येमहि |
V |
षुञ्(press) अधिषवे |
सुन्वीत |
सुन्वीयाताम् |
सुन्वीरन् |
सुन्वीथाः |
सुन्वीयाथाम् |
सुन्वीध्वम् |
सुन्वीय |
सुन्वीवहि |
सुन्वीमहि |
VI |
तुद्(hurt) व्यथने |
तुदेत |
तुदेयाताम् |
तुदेरन् |
तुदेथाः |
तुदेयाथाम् |
तुदेध्वम् |
तुदेय |
तुदेवहि |
तुदेमहि |
VII |
रुधिर्(obstruct)आवरणे |
रुन्धीत |
रुन्धीयाताम् |
रुन्धीरन् |
रुन्धीथाः |
रुन्धीयाथाम् |
रुन्धीध्वम् |
रुन्धीय |
रुन्धीवहि |
रुन्धीमहि |
VIII |
तनु(spread) विस्तारे |
तन्वीत |
तन्वीयाताम् |
तन्वीरन् |
तन्वीथाः |
तन्वीयाथाम् |
तन्वीध्वम् |
तन्वीय |
तन्वीवहि |
तन्वीमहि |
IX |
क्रीञ्(buy) द्रव्यविनिमये |
क्रीणीत |
क्रीणीयाताम् |
क्रीणीरन् |
क्रीणीथाः |
क्रीणीयाथाम् |
क्रीणीध्वम् |
क्रीणीय |
क्रीणीवहि |
क्रीणीमहि |
X |
चुर्(steal)स्तेये |
चोरयेत |
चोरयेताम् |
चोरयेरन् |
चोरयेथाः |
चोरयेथाम् |
चोरयेध्वम् |
चोरयेय |
चोरयेवहि |
चोरयेमहि |