अद् भक्षणे
अस् भुवि
आस उपवेशने
इङ्
अध्ययने
इण् गतौ
चक्ष्
व्यक्तायां
वाचि
दुह् प्रपूरणे
ब्रू व्यक्तायां वाचि
या प्रापणे
रुदिर् अश्रुविमोचने
विद् ज्ञाने
शास्
अनुशिष्टौ
शी स्वप्ने
सू
प्राणिगर्भविमोचने
स्तु स्तुतौ
स्वप् शयने
हन् हिंसागत्योः
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आस उपवेशने (to sit) आत्मनेपदी
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लट्
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लङ्
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एकवचनः
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द्विवचनः
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बहुवचनः
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एकवचनः
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द्विवचनः
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बहुवचनः
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प्रथमपुरुषः
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आस्ते
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आसाते
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आसते
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आस्त
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आसाताम्
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आसत
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मध्यमपुरुषः
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आस्से
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आसाथे
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आध्वे
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आस्थाः
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आसाथाम्
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आध्वम्
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उत्तमपुरुषः
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आसे
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आस्वहे
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आस्महे
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आसि
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आस्वहि
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आस्महि
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लृट्
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लोट्
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प्रथमपुरुषः
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आसिष्यते
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आसिष्येते
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आसिष्यन्ते
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आस्ताम्
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आसाताम्
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आसताम्
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मध्यमपुरुषः
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आसिष्यसे
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आसिष्येथे
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आसिष्यध्वे
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आस्व
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आसाथाम्
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आध्वम्
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उत्तमपुरुषः
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आसिष्ये
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आसिष्यावहे
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आसिष्यामहे
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आसै
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आसावहै
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आसामहै
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विधिलिङ्
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लिट्
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प्रथमपुरुषः
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आसीत
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आसीयाताम्
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आसीरन्
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आसाञ्चक्रे
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आसाञ्चक्राते
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आसाञ्चक्रिरे
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मध्यमपुरुषः
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आसीथाः
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आसीयाथाम्
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आसीध्वम्
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आसाञ्चकृषे
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आसाञ्चक्राथे
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आसाञ्चकृध्वे
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उत्तमपुरुषः
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आसीय
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आसीवहि
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आसीमहि
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आसाञ्चक्रे
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आसाञ्चकृवहे
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आसाञ्चकृमहे
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लुङ्
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लुट्
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प्रथमपुरुषः
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आसिष्ट
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आसिषाताम्
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आसिषत
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आसिता
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आसितारौ
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आसितारः
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मध्यमपुरुषः
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आसिष्ठाः
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आसिषाथाम्
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आसिध्वम्
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आसितासे
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आसितासाथे
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आसिथाध्वे
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उत्तमपुरुषः
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आसिषि
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आसिष्वहि
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आसिष्महि
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आसिताहे
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आसितास्वहे
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आसितास्महे
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आशीर्लिङ्
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लृङ्
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प्रथमपुरुषः
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आसिषीष्ट
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आसिषीयास्ताम्
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आसिषीरन्
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आसिष्यत
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आसिष्येता,
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आसिष्यन्त
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मध्यमपुरुषः
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आसिषीष्ठाः
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आसिषीयास्थाम्
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आसिषीध्वम्
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आसिष्यथाः
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आसिष्येथाम्
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आसिष्यध्वम्
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उत्तमपुरुषः
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आसिषीय
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आसिषीवहि
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आसिषीमहि
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आसिष्ये
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आसिष्यावहि
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आसिष्यामहि
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Note: लिट् is similar to that of
चुरादि
गण (10th group)
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